हाथरस भगदड़ में 130 से अधिक लोगों की मौत: घटना का विवरण और उसके बाद क्या हुआ
UP Hatsan Stampede: उत्तर प्रदेश में थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हुआ है। रातीभानपुर गांव में भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 130 से अधिक लोग मर गए हैं और कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पूरा क्षेत्र इस भयानक घटना से हिला हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्तीय सहायता की घोषणा की:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं सभी घायलों को जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और गृहमंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया:
इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गहरी शोक व्यक्त किया है। “हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक भक्तों की मौत का समाचार हृदय विदारक है,” उन्होंने कहा। मैं अपने परिवार को खोने वाले लोगों के प्रति गहरी शोक व्यक्त करता हूँ।”
इस घटना पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। “हादसे से मन अत्यंत व्यथित है,” उन्होंने कहा। इस दुर्घटना में मरने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उन्हें दुःख सहने का साहस दें।”
चश्मदीदों की शिकायतें:
वे आगरा से सत्संग में शामिल होने आए थे, जैसा कि भगदड़ की घटना के एक चश्मदीद ने बताया। उनकी १५ वर्षीय बेटी गायब है। आगरा से लगभग बीस से पच्चीस लोग आए थे, लेकिन उनकी बेटी नहीं मिली। वहीं, बदायूं से पहुंचे चश्मदीद सुरेश ने बताया कि वे अपने परिवार के साथ आए थे और उनके छोटे भाई की पत्नी लापता है।
प्रशासन का उत्तर:
घटनास्थल सिकंदराराऊ की सीमा पर है। घायलों को बस-टैंपो से जिला अस्पताल लाया गया। अब तक 27 शव एक पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं, जिनमें 23 महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं। डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना की जानकारी ली है और मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्हें घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती करने और जिला प्रशासन के अधिकारियों को उन्हें उचित उपचार देने का आदेश दिया गया है। साथ ही घायलों को जल्दी ठीक होने की कामना भी की है।
मुख्यमंत्री ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्हें मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये देने का भी आदेश दिया गया है।
घटना की वजह:
दोपहर 12.30 बजे सत्संग खत्म होने पर भीड़ को रोक दिया गया और भोले बाबा को पीछे के दरवाजे से बाहर निकाला गया। सिकंदराराऊ में सड़क के किनारे चार फीट नीचे का दलदल ही मौतों का कारण था। प्रारंभ में कुछ लोग यहां गिरे, लेकिन भगदड़ ने सौ से अधिक लोगों को मार डाला।
प्रशासनिक परीक्षण:
जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है, हाथरस डीएम आशीष कुमार ने कहा। घायल लोग अस्पताल में हैं और उनका इलाज चल रहा है। एसडीएम ने कार्यक्रम को आयोजित करने की अनुमति दी थी। कार्यक्रम निजी था। “मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है,” उन्होंने कहा। प्रशासन का पहला लक्ष्य घायलों और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद करना है।”